कोयलांचल में होगी रोजगार क्रांति - अमरदीप महतो
कतरास : विस्थापित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष अमरदीप महतो की सोच और लक्ष्य अन्य युवा राजनेताओं से बिल्कुल भिन्न हैं।वे कोयलांचल में रोजगार क्रांति लाना चाहते हैं और चाहते हैं हर झारखंडी युवाओं को स्थानीय रोजगार का लाभ पहले उन्हें मिलें।चूंकि,झारखंड खनिज संपदा से संपन्न राज्य हैं और कोयलांचल देश की कोयला राजधानी हैं।ऐसे में रोजगार की संभावना जिन क्षेत्रों में हैं।वहां पहली प्राथमिकता स्थानीय बेरोजगारों को मिलना चाहिए।जिसके लिए अमरदीप महतो रोजगार क्रांति को लेकर अग्रसर हैं।
अमरदीप कॉमरेड हलधर महतो के पुत्र हैं और शुरू से पिता के संघर्ष और आंदोलन को देखे हैं।झिंझीपहाड़ी कतरास में जन्में और न्यू कतरास में अपनी प्रारंभिक पढ़ाई लिखाई की।दसवीं और कॉलेज की पढ़ाई कतरास से एवं पी.के राय मेमोरियल कॉलेज धनबाद से स्नातक की पढ़ाई की।जिसके बाद इग्नू से एमए इन रूरल डेवलपमेंट और एमए इन सोशलॉजी हजारीबाग से की।शिक्षा जारी रखते हुए पिता के बताए रास्ते पर झारखंड के लोगों के हित में एक आंदोलनकारी के रूप में सक्रिय हुए।सर्वप्रथम इन्होंने स्थानीय नीति,सीएनटी एसपीटी एक्ट को लेकर वर्ष 2016 में रघुवर सरकार के दौरान आंदोलन किया।वर्ष 2018 में विस्थापित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बने और अध्यक्ष बनने के बाद न्यू केशलपुर बस्ती में बिजली पानी के लिए आंदोलन किये।इन्ही के प्रयास से विस्थापित न्यू केशलपुर बस्ती में ग्रामीणों को बिजली, पानी की व्यवस्था मिली।पुर्नवास गांव न्यू कैशलपुर में 25 साल बाद बीसीसीएल का बिजली आया।यह प्रथम उपलब्धि था। वर्तमान में अमरदीप पूर्ण रूप से विस्थापन,पुनर्वास,मुआवजा और नियोजन को लेकर सक्रिय रहते हैं।आज के समय में अमरदीप के संगठन से काफी संख्या में युवा जुड़े हुए हैं।जो इनके साथ मिलकर जनहित में आंदोलन करते हैं।
अमरदीप का लक्ष्य हैं कि कोयलांचल के युवा पलायन न करके स्थानीय क्षेत्रों में ही रोजगार प्राप्त करें।झारखंड के लोगों ने पहले राज्य के लिए संघर्ष किया और आज अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने की जरूरत हैं।झारखंड पर पहला अधिकार यहां के मूलनिवासी,आदिवासियों का हैं।जिसके बाद ही अन्य का हैं और इसी अनुरूप नियोजन व स्थानीय नीति बनाने की जरूरत हैं।चूंकि,कोयलांचल में कोयला उत्खनन कार्य अत्यधिक हैं।इस अनुसार इन्हीं कंपनियों में रोजगार के अवसर पहली प्राथमिकता यहां के लोगों को देनी चाहिए।जो वर्तमान सरकार की भी नीति हैं कि 75% रोजगार स्थानीय युवाओं को मिलें एवं विस्थापित परिवार को 20% निजी कंपनी में रोजगार मिले।
सभी झारखंडियों को स्थाई रोजगार मिलें,ना कि 3 साल का रोजगार मिलें।विधायक सांसद 5 साल के लिए,पेंशन जिंदगी भर के लिए और यहां के खनिज पदार्थ को लूटा जा रहा हैं और रोजगार तीन साल के लिए।यह दोहरी नीति नहीं चलने दिया जायेगा।स्थाई रोजगार यहां के विस्थापित स्थानीय युवाओं को देना होगा।जिसको लेकर युवाओं को एकजुट करेंगे और कोयलांचल में रोजगार क्रांति लायेंगे।अमरदीप महतो अपने पिता को आदर्श मानते हैं और उन्ही के आदर्शों पर चलकर राज्यहित में आंदोलन कर रहें हैं।चुनाव लड़ने का कोई मोह नहीं हैं।आंदोलनकारी के रूप में ही जनहित के कार्य को करना हैं।
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