CBI ने बड़े बैंक फ्रॉड मामले में लंबे समय से फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम बिरांची नारायण दास है, जो सालों से पुलिस की आंखों मे धूल झोंक रहा था. CBI ने ये केस 1 जनवरी 2017 को दर्ज किया था.
जांच में सामने आया कि आरोपी ने डिमॉनेटाइजेशन के समय फर्जी बैंक अकाउंट खोलकर करोड़ों रुपये के ट्रांजैक्शन किए थे. इस धोखाधड़ी से भारत सरकार को करीब 11.79 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. आरोपी ने नकली पहचान के जरिए बैंक खाता खोला और पैसों का खेल किया.
गुमनाम जिंदगी जी रहा था आरोपी
दिसंबर 2019 में अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई थी और आरोपी को घोषित फरार कर दिया गया था. इसके बाद भी वो बार-बार नोटिस और वारंट से बचता रहा. गिरफ्तारी से बचने के लिए वो लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा और गुमनाम जिंदगी जी रहा था.
कोलकाता में गिरफ्तार हुआ आरोपी
आखिरकार, 10 सितंबर 2025 को CBI की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस और डेटाबेस ट्रैकिंग की मदद से उसकी लोकेशन ढूंढ निकाली और कोलकाता से उसे गिरफ्तार कर लिया. गुरुवार (11 सितंबर, 2025) को आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
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