जो नेता मंत्रीगण आदिवासी हित के लिए न सोचे,आदिवासी समाज उसका बहिष्कार करेगा
धनबाद : जिला के भिन्न - भिन्न जगहों पर आदिवासी संगठनों ने चौक - चौराहे पर लगे तिलका मांझी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।बता दें कि बाघमारा ,तोपचांची में भी बड़े ही धूम - धाम से बाबा तिलका मांझी दिवस मनाया गया। बता दें कि मातारी पंचायत के पाकेड़बेड़ा में आदिवासी आदिम जुमिद धनबाद के बैनर तले तिलका मांझी दिवस मनाया गया।आदिवासी समाज ने अपने - अपने रीति रिवाजों एवं ढोल नगाड़े ,तीर धनुष के साथ कार्यक्रम को शांति पूर्वक सफल बनाया।इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में आदिवासी क्रांतिकारी सेना के केंद्रीय अध्यक्ष आरडीएक्स मुकेश टुडू कर रहे थे।कार्यक्रम का शुभारंभ तिलका मांझी के चित्र पर माल्यार्पण कर शुरुआत किया गया।सभी आदिवासी संगठनों ने अपने - अपने वक्तव्य के माध्यम से कहा कि आदिवासी को पूर्वज काल से ही जुल्म,अत्याचार और शोषण का शिकार होना पड़ा हैं और कोई नेता ,मंत्रीगण बनने के बाद आदिवासी हित के लिए नहीं सोचते है तथा आदिवासियों पर राजनीति की रोटी सेंकने का काम करते हैं।यहीं कारण है कि अभी तक आदिवासी अपने संवैधानिक आधिकारों से वंचित रहा है। क्रांतिकारी अध्यक्ष मुकेश टुडू एवं समस्त आदिवासी सामाजिक संगठनो ने कहा कि अगर कोई नेता आदिवासी हित के लिए न सोचता हो।तो वैसे नेता चिन्हित करके आदिवासी समाज एवं विभिन्न आदिवासी संगठन उनका बहिष्कार करने का काम करेंगे तथा भिन्न - भिन्न आदिवासी संगठन मिल कर आदिवासी बहुल क्षेत्रों में लोकसभा, विधानसभा चुनावी मैदान में आदिवासी उम्मीदवार को खड़ा करने का काम करेगा।मुख्य वक्ता के रूप में आरडीएक्स मुकेश टुडू ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं, पुरुषों, नव युवकों को बहुत ही बारीकी से आदिवासी रीति रिवाजों एवं अधिकारों से अवगत कराया।साथ ही आदिवासी, मूलवासी को किसी से भी न डरने की बात कही।मौके पर आदिवासी सेचेद आखड़ा धनबाद के अध्यक्ष सुरेन्द्र हेंब्रम पूर्व अध्यक्ष के साथ ही अबुस्सल के वर्तमान अध्यक्ष अलसा सोरेन ,उपाध्यक्ष बिरजू सोरेन, कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र प्रसाद हेंब्रम, आदिवासी सेचेद आखड़ा धनबाद के सचिव सुधीर हेंब्रम, मांझी बाबा ओल इतुन आसड़ा राजगंज क्षेत्र में पढ़ रहे नि:शुल्क ओल चिकी लिपि शिक्षा विभाग के अध्यक्ष विष्णु हंसदा, कोषाध्याक्ष रामकुमार मुर्मू ,शिखर मुर्मू ,सचिव शिव कुमार सोरेन, साथ ही खेरवाल जुमिद गांवता बलियापुर के अध्यक्ष प्रवीण हंसदा, अजीत हंसदा, सयोजक सुरेश हेंब्रम, अमृत हेंब्रम, अमन मुर्मू, आर्यन मुर्मू तथा कार्यक्रम में मुखिया, बुद्धिजीवि समाज के लोग एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में आदिवासी आदिम जुमिद धनबाद के अध्यक्ष विक्रम मुर्मू , वीरेंद्र किस्कू, सहदेव हेंब्रम, जयलाल मुर्मू, पवन बस्के, धर्मेंद्र मुर्मू, लखन किस्कू ,सुनील हेंब्रम,बबलू टुडू आदि का अहम योगदान रहा हैं।

