अन्य राज्यों की तरह ही झारखंड में भी मूलनिवासी एवं नियोजन नीति की मांग जायज - जयराम महतो।


 अन्य राज्यों की तरह ही झारखंड में भी मूलनिवासी एवं नियोजन नीति की मांग जायज - जयराम महतो।

तोपचांची।झारखंड भाषा आंदोलन के नायक क्रांतिकारी युवा नेता टाइगर जयराम महतो का कहना हैं कि झारखंडी की मांग जायज हैं और यह मांग कोई नया नहीं हैं।अन्य राज्यों में जिस प्रकार से मूलनिवासी और नियोजन नीति का प्रावधान जिस प्रकार संविधान के अनुरूप हैं।ठीक उसी प्रकार से झारखंड में भी झारखंडियों की मांग हैं।जो पूर्ण रूप से न्याय संगत हैं।जयराम महतो एक युवा नेता बन कर उभर रहें हैं और लोगों के बीच इनकी लोकप्रियता भी बढ़ रहीं हैं।ऐसे में कई सवाल खड़े हो रहें हैं।क्या जयराम राजनीति में अपना करियर बनाने के लिए यह सब कर रहें हैं?क्या जयराम को भी फंडिंग प्राप्त हो रहा हैं और अगर झारखंड में मूलनिवासी व नियोजन नीति कोई भी पार्टी लागू नहीं करती हैं।तो क्या जयराम स्वयं चुनाव में भाग लेंगे?इन सभी सवालों पर जयराम का कहना हैं कि उन्होंने झारखंड भाषा आंदोलन में इसलिए सक्रिय हुए कि वे झारखंडियों की आवाज बनकर उनके अधिकार को दिला सकें।कारण अगर कोई भी जनप्रतिनिधि मूलनिवासी एवं नियोजन नीति झारखंडी के हित में नहीं कर पायेंगे।तो किन्ही को तो अगुवाई करनी होगी।क्योंकि,वर्तमान में जनता जागरूक हो चुकी हैं और सबकुछ समझती हैं।ऐसे में झारखंडियों को कब मूर्ख बनाएंगे जनप्रतिनिधि?फंडिंग को लेकर जयराम का कहना हैं कि उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त हैं ऐसे में वे जनसहयोग द्वारा चंदा करके अपने कार्यक्रम को करते हैं और अन्य किसी भी प्रकार से उन्हें फंडिंग की प्राप्ति नहीं हैं।जो भी हैं  सब सार्वजनिक सहयोग के माध्यम से किया जाता हैं।जहां तक राजनीति की बात हैं तो अगर मौजूदा सरकार और जनप्रतिनिधि झारखंडी की मांग को पूरी नहीं करेंगे और जनता की मांग होगी तो जयराम महतो झारखंडियों के लिए राजनीति में पदार्पण करेंगे।अन्यथा इनका ऐसा कोई विशेष लक्ष्य नहीं हैं कि राजनीति करने के लिए आंदोलन कर रहें हैं।

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