केंद्र सरकार के खिलाफ सोनोत संथाल समाज ने निकाली आक्रोश रैली
अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हुई तो होगा उग्र आंदोलन - अनिल टुडू
धनबाद : ईडी प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ बार - बार कार्रवाई किए जाने से अक्रोषित आदिवासी समाज के लोगों ने शनिवार को सोनोत सांताल समाज के तत्वावधान में तीर धनुष व पारंपरिक हथियार के साथ जिला परिषद कार्यालय से रणधीर वर्मा चौक तक आक्रोश रैली निकालकर विरोध जताया।केंद्र सरकार और ईडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।केंद्र सरकार पर मुख्यमंत्री को परेशान करने का आरोप लगाया गया।इस रैली में सैंकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए।
ईडी के खिलाफ नहीं,केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ़ हैं - रमेश टुडू
संगठन के केंद्रीय संयोजक रमेश टुडू ने कहा कि हम ईडी के खिलाफ नहीं हैं।केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ हैं।जिस प्रकार से केंद्रीय एजेंसियों को भाजपा सरकार कठपुतलियों की तरह प्रयोग कर झारखंड की चुनी हुई सरकार लोकप्रिय आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बार - बार नोटिस भेज बदनाम कर प्रताड़ित कर रहीं हैं।यह आदिवासियों का अपमान हैं।इससे पूर्व भी जब झारखंड में भाजपा की सरकार थी।उस समय भी भ्रष्टाचार हुआ हैं।लेकिन,किसी भी भाजपा विधायक सांसद के ऊपर ईडी सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई नहीं होती हैं।इससे पूर्व भी खनन हुए हैं और हमेशा होते रहा हैं।हेमंत सोरेन को ईडी से कोई डर नहीं हैं।उन्होंने हमेशा जो भी मांगा हैं,वह उपलब्ध करवाया हैं और अगर कोई कमी हैं तो बताए।इसके अतरिक्त उन्होंने कहा कि अगर दोषी हैं तो जेल में बंद करें।बार - बार नोटिस भेज कर बदनाम करके साजिश किया जा रहा हैं।अगर यह यूं ही रहा तो धनबाद बंद करने का काम करेंगे और जोरदार विरोध प्रदर्शन होगा।जिसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार जिम्मेदार होगी।अगर इसी तरह केंद्र सरकार हठधर्मिता पर रहीं तो सोनोत संथाल समाज सड़क पर उतरेगी।
आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तंग करना बंद करें केंद्र सरकार - रतिलाल टुडू
संगठन के केंद्रीय संयोजक रतिलाल टुडू ने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश रैली निकाली गई।जिसके माध्यम से आदिवासी समाज मांग करती हैं कि बार - बार नोटिस भेज कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तंग करना बंद करें।अन्यथा जरूरत पड़ेगी तो धरना पर बैठेंगे और इससे भी बड़ा आंदोलन करेंगे।उन्होंने कहा कि वे ईडी के विरोध में नहीं हैं।वे केंद्र सरकार का विरोध करते हैं।ईडी अपना काम करें,लेकिन बार - बार नोटिस भेज कर परेशान करना गलत हैं।अगर मुख्यमंत्री दोषी हैं तो गिरफ्तार करें।नोटिस भेज कर जनता को भड़काने का काम किया जा रहा हैं।जो आदिवासी समाज कभी बर्दास्त नहीं करेगी।
झुकने वाले नहीं हैं,जरूरत पड़ी तो इससे भी बड़ा उग्र आंदोलन करेंगे - अनिल टुडू
संगठन के केंद्रीय सचिव अनिल टुडू ने कहा कि हमलोग झुकने वाले नहीं हैं।भगवान बिरसा मुंडा,तिलका मांझी,सिदो कान्हू जैसे झारखंड के वीर महापुरुषों के वंशज हैं।अगर मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी होती हैं तो आदिवासी समाज सड़क पर उतरेगी और खनिज संपदा को झारखंड से बाहर नहीं ले जाने देंगे।
आक्रोश रैली में आदिवासी समाज के रमेश टुडू,रतिलाल टुडू, अनिल कुमार टुडू,गुरु चरण बास्की,संजय सोरेन,लखीन्द्र हांसदा,महालाल सोरेन,प्रशांत हेम्ब्रम,नरेश टुडू,अंजय हांसदा, मैनेजर हेम्ब्रम,जलेश्वर मुर्मू ,रामकुमार मुर्मू, गोपीन टुडू,संदीप हांसदा,बाबूराम मुर्मू, हेमंत सोरेन,रामजन मरांडी,शंकर हेम्ब्रम,छुटूलाल सोरेन,कमल टुडू, लखन टुडू,महावीर हांसदा,मंजुड़ा मरांडी,सहदेव टुडू,राजकुमार हेम्ब्रम,निर्मल हेम्ब्रम,मनमोहन टुडू,उमेश टुडू,सुशील बास्की, बीरेन्द्र हांसदा,शिव नारायण किस्कू,राम जीत टुडू,अभिमन्यु बास्की,सोहन टुडू,दिनेश बास्की, विद्याधर मुर्मू,नीतीश टुडू,उपेन्द्र टुडू, इतवारी हांसदा,दिलीप टुडू, कश्मीर टुडू,विजय टुडू,मूँगली टुडू, शांति देवी,हीरामुनी देवी,मोटू हांसदा,जोगेंद्र हांसदा,सुशील सोरेन,निर्मल हेम्ब्रम सहित सैंकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुये।

