सोनोत संथाल समाज ने मनाया आदिवासी दिवस
धनबाद : विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सोनोत संथाल समाज के बैनर तले जिला परिषद मैदान में धूम-धाम से आदिवासी दिवस मनाया गया।इस दौरान धनबाद जिला के विभिन्न प्रखंडों से आये 10 हजार से अधिक आदिवासी भाई-बहनों का जन-सैलाब जिला परिषद मैदान में उमड़ पड़ा और एक विशाल सांस्कृतिक शोभा यात्रा में तब्दील हो गया।शोभा यात्रा जिला परिषद मैदान से निकलकर हीरापुर हटिया मोड़ होते हुए जिला मुख्यालय रणधीर वर्मा चौक पहुँचा।जिसका नेतृत्व रमेश टुडू साथ में रतिलाल टुडू,अनिल टुडू एवं लक्ष्मी मुर्मू ने किया।इस दौरान रणधीर वर्मा चौक पर माताएं-बहनों ने अपने सम्पूर्ण प्राकृतिक वेशभूषा और पारंपरिक परिधान से परिपूर्ण थी।वहीं, आदिवासी भाई भी प्राकृतिक वाद्य यंत्र ढोल-नगाड़े,तीर-कमान के साथ उपस्थित थे।तदोपरांत माताएं-बहनों ने मादर के थाप पर अपने मनमोहक गीत-नृत्य को प्रस्तुत किया।इस दौरान सड़क पर मोटर वाहनों एवं लोगो का परिचालक में असुविधा होने के कारण रमेश टुडू ने शहर वासियों से क्षमा मांगा।वहीं,मंच का अध्यक्षता अनिल कुमार टुडू ने और संचालन छुटूलाल सोरेन ने किया।इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि रमेश टुडू ने कहा कि आज पूरे देश में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है।इस अवसर पर पूरे देश व झारखण्ड के आदिवासी समुदाय को बधाई दिया।आदिवासी समुदाय लगातार सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं।संघर्ष ही आदिवासी का इतिहास रहा है।
ब्रिटिश शासन के दौरान तिलका मांझी,सिद्धू कान्हू,चांद भैरव,फूलो जानो, बिरसा मुंडा जैसे वीर शहीदों ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ विद्रोह किया था।उन्होंने कहा इतिहास गवाह है कि हम सब आदिवासियों ने संघर्ष करके अपनी सांकृतिक धरोवर और जल,जंगल,जमीन को बचाया है। आदिवासी समुदाय अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए समाज हित में काम करते रहे हैं और देश के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कार्यक्रम में विशिष्ट के रूप में रतिलाल टुडू,लक्ष्मी मुर्मू,कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अनिल कुमार टुडू,गुरु चरण बास्की ने भी अपने विचार रखा।सोनोत संथाल समाज के केंद्रीय सचिव अनिल कुमार टुडू ने अपने वक्तव्य में सभी राजनीतिक दलों से कहा कि धनबाद के टुंडी,सिंदरी एवं निरसा विधानसभा क्षेत्र से आदिवासी उम्मीदवार देने का आग्रह किया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रशांत हेम्ब्रम,गोपिन टुडू, राजेन्द्र किस्कु,ज्योतिलाल मुर्मू, लखिन्द्र हांसदा,हेमंत कुमार सोरेन,मैनेजर हेम्ब्रम,महालाल सोरेन,जलेश्वर मुर्मू,संजय सोरेन, राम किशुन टुडू,नरेश टुडू,हराधन मरांडी,टारजन हेम्ब्रम,रामजान मरांडी,रामकुमार मरांडी,जीवन टुडू,मंजुड़ा मरांडी,शंकर हेम्ब्रम, राजेश मुर्मू, मनोज बास्की, मंजुड़ा मुर्मू,बाबूराम मुर्मू,श्याम लाल हेम्ब्रम,राम कुँवर मुर्मू,मनोज मुर्मू, मनमोहन टुडू,नीतीश टुडू, रतिलाल मुर्मू,आशा हेम्ब्रम, कालीचरण हेम्ब्रम,सबल मरांडी आदि उपस्थित थे।

